समाजवादी पार्टी के गढ़ के रूप में पहचाने जाने वाले उत्तर प्रदेश के कन्नौज के सियासी मैदान को फिर से फतह करने के लिए भाजपा फिर से घेराबंदी में जुटी है। पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी लहर में तीन में से दो सीट जीतने वाली भाजपा तीनों सीट जीतने के मंसूबे पर काम कर रही है। सदर सीट पर उसकी निगाह है। इसके लिए घेराबंदी शुरू हो चुकी है।
पिछले चुनाव में जबरदस्त लहर के बीच भाजपा ने सपा को उसके गढ़ माने वाले जाने वाले कन्नौज में जोरदार झटका दिया था। 2012 के चुनाव में तीनों सीट जीतने वाली सपा 2017 में दो सीट भाजपा के हाथों गंवा बैठी थी। जोरआजमाईश के बावजूद सदर सीट पर कमल नहीं खिल सका। साइकिल रेस में आगे निकल गई। अब भाजपा फिर से दोनों जीती हुई सीट के साथ सदर सीट को भी हासिल करने की तैयारी में है। इसके लिए पार्टी के सीनियर लीडर काफी समय से होमवर्क कर रहे हैं। हालांकि तीनों सीट पर चेहरे बदले जाएंगे या नहीं, इसकी तस्वीर साफ नहीं हो सकी है, लेकिन जीत हासिल करने के लिए ग्राउंड रिपोर्ट पर भी मंथन किया जा रहा है।
सदर सीट पर जीत के लिए चार चुनाव से चूक रही भाजपा
कन्नौज सदर सीट पर पिछले चार चुनाव से सपा का कब्जा है। 2002 से शुरू हुआ जीत का सिलसिला उसके बाद के हर चुनाव में जारी है। मौजूद विधायक अनिल दोहरे तो हैट्रीक लगा चुके हैं। 2002 से पहले इस सीट पर भाजपा का कब्जा था। तब बनवारी लाल दोहरे लगातार तीन बार जीते थे। लेकिन चार चुनाव में मिल रही शिकस्त ने भाजपा को मंथन करने पर मजबूर कर दिया है। पिछले चुनाव में जबरदस्त लहर के बावजूद पार्टी यहां जीत का कमल नहीं खिला सकी थी।
पुलिस अफसर को पाले में लेकर भाजपा ने दिया नया संदेश
समझा जा रही है कि सदर सीट पर कब्जा हासिल करने के प्लान के तहत ही मंथन के बाद यहां से नए चेहरे को उतारने की तैयारी की जा रही है। कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरूण का नौकरी से इस्तिफा इसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है। हालांकि उन्हें यहां से टिकट मिलेगा या नहीं यह अभी साफ नहीं है। लेकिन बुधवार को ही उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर ऐलान किया है कि वह 15 जनवरी को कन्नौज अपने पैतृक गांव पहुंचेंगे। इससे साफ संकेत है कि उन्हें यहां तैयारी के साथ भेजा जा रहा है।
दोनों जीती सीट पर भी कब्जे के लिए ग्राउंड रिपोर्ट पर मंथन
पिछले चुनाव में छिबरामऊ और तिर्वा सीट को सपा से झटकने वाली भाजपा फिर से इन दोनों जगह पर कब्जा बरकरार रखने के लिए मंथन कर रही है। मौजूदा विधायकों के साथ ही कई और दावेदार भी मैदान में हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी ने बाकायदा जमीनी सर्वे करवाया है। उसी रिपोर्ट पर मंथन किया जा रहा है। जीत के लिए भाजपा चौंकाने वाला फैसला कर सकती है।