ऊर्जा विभाग का पदभार संभालने के बाद अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता ने शनिवार को शक्ति भवन में बिजली आपूर्ति और उपभोक्ता सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान के लिए मोबाइल ऐप बनवाया जाए। इस ऐप में विभाग की सेवाओं के प्रति उपभोक्ताओं से फीडबैक लेने की व्यवस्था भी रहे।.
उन्होंने कहा कि मीटर, ट्रांसफार्मर, फीडर तथा विद्युत कार्यालयों की मैपिंग भी करवाई जाए जिससे मोबाइल ऐप के माध्यम से उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान कराना आसान हो जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक बिजली की आपूर्ति की जाए। जहां कहीं पर सप्लाई में बाधा आए उसे तत्काल दूर करने का काम किया जाए। विभागीय कार्य को पारदर्शी तरीके से करने पर अधिक फोकस किया जाए। समय-समय पर सभी स्तरों पर कार्यों की मॉनीटरिंग और उपकरणों की निगरानी की जाए।
हर स्तर पर कार्मिकों की जवाबदेही तय करें
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर व निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिले इसके लिए व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए। कार्यप्रणाली को सरल बनाया जाए। कार्य के प्रति नीचे से लेकर उच्च स्तर तक के कार्मिकों की जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने लाइन हानियों को कम करने तथा राजस्व वसूली बढ़ाने के निर्देश दिए। बकाए बिल की वसूली पर कार्मिकों को इन्सेंटिव देने की व्यवस्था की जाए।
प्रदेश में स्थापित विद्युत उत्पादन इकाइयों की उत्पादन क्षमता प्रभावित न हो इसके लिए अनपरा, हरदुआगंज व अन्य बिजली घरों का रखरखाव किए जाने की कैटेगरी बनाई जा और उस पर अमल भी किया जाए। बैठक में पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज, एमडी उत्पादन एवं पारेषण पी. गुरू प्रसाद के साथ ही सभी कंपनियों के एमडी शामिल थे।