समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि विधानसभा का यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र को बचाने वाला चुनाव होगा। भाजपा साजिशों की राजनीति करती है और चुनाव की निष्पक्षता को नष्ट करने पर उतारू है। गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र आदि प्रदेशों के भाजपा व आरएसएस कार्यकर्ता चुनावों को प्रभावित करने के लिए यूपी आ चुके हैं। अखिलेश ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि आरएसएस न तो स्वतंत्रता संग्राम में शामिल रहा और न ही उनकी प्रतिबद्धता संविधान, समाजवाद व पंथनिरपेक्षता पर है। समाजवादी लोकतंत्र और सबके हक और सम्मान के लिए संघर्षरत रहे हैं। भाजपा ने समाज के दलितों, पिछड़ों के हक छीन कर उन्हें प्रताड़ित करने का काम किया है। भाजपा-समाजवादी पार्टी की नीति और नीयत में यही फर्क है। भ्रष्टाचार, लूट और षडयंत्र भाजपा की रणनीति और कार्यनीति के प्रमुख अंग है।
उन्होंने कहा कि भाजपा राज में सत्ता के संरक्षण में अपराधियों का बोलबाला है। असामाजिक तत्व व अपराधी पुलिस के सायें में खेल-खेलते दिखाई देता है। भाजपा सरकार ने अब तक टापटेन अपराधियों की सूची भी नहीं जारी की है। किसानों को जीप से कुचलवाने वाले मंत्री को अभी तक नहीं हटाया गया। बेरोजगार नौजवान सरकारी विभागों में खाली पदों पर भर्ती की मांग को लेकर लगातार आंदोलित है। वे ताली-थाली बजाकर भाजपा के विदाई गीत गा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा का सबसे प्रिय काम नफरत फैलाना है, समाज को बांटना है। समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में सद्भाव कायम रखा। समाज के सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा, कोई भेदभाव-पक्षपात नहीं किया। भाजपा ने किसानों, नौजवानों, व्यापारियों सभी को धोखा दिया। अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। भाजपा शासन के 2017 से कार्यकाल में विकास अवरुद्ध रहा है। भाजपा और समाजवादी पार्टी की सरकारों में यही फर्क साफतौर पर है।