बहुचर्चित कानपुर एनकाउंटर की आरोपित खुशी दुबे के मामले में सोमवार को स्पेशल जज पॉक्सो कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट में खुशी ने पुलिस कर्मियों पर चार दिन अवैध रूप से हिरासत में रखने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। केस डायरी की नकल मिलने के बाद उसने बताया कि उसकी गिरफ्तारी 8 जुलाई को दिखाई गई है, जबकि पुलिस उसे चार जुलाई को घर से जबरन ले गई थी। कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई की तारीख 25 जनवरी तय की है।
बिकरू कांड में एनकाउंटर में मारे गए आरोपित अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे भी आरोपित है। उसका मामला स्पेशल जज पॉक्सो कोर्ट में चल रहा है। सोमवार को आरोप तय करने को सुनवाई होनी थी मगर खुशी के वकील शिवाकांत दीक्षित ने कोर्ट में खुशी को चार दिन अवैध रूप से हिरासत में रखकर प्रताड़ित करने के मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। आरोप है कि पुलिस खुशी को 4 जुलाई को घर से ले गई थी, उस वक्त वह नाबालिग थी। कोर्ट में केस डायरी की नकल मिलने पर उसे अपनी गिरफ्तारी 8 जुलाई को होने का पता चला। इसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 25 जनवरी की तिथि तय की है।
ऋचा दुबे के मामले में कोर्ट ट्रांसफर की मांग
बिकरू कांड के आरोपित रहे विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे पर दर्ज फर्जी सिम मामले में सुनवाई स्पेशल जज एंटी डकैती कोर्ट में हुई। ऋचा कोर्ट में पेश हुई, वहीं बचाव पक्ष ने दर्ज मामले को विशेष अधिनियम दस्यु प्रभावी की सूची में न होने की बात कहकर मामले को सक्षम कोर्ट में स्थानांतरित करने की मांग की। ऋचा दुबे पर दर्ज मामले की सुनवाई भी स्पेशल जज एंटी डकैती सुधाकर राय की कोर्ट में हो रही है। सोमवार को उनके अधिवक्ता सीपी शुक्ल व पवनेश शुक्ल ने प्रार्थना पत्र देकर कोर्ट के क्षेत्राधिकार व संज्ञान को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि आरोप पत्र 419, 420 के तहत दाखिल किया गया है। यह अपराध विशेष अधिनियम दस्यु प्रभावित की सूची में नहीं आता। इसके साथ ही उसका अपराध उस समय के व्यवहार का हिस्सा नहीं है जो घटना 2 जुलाई 2020 को बिकरू गांव में हुई थी। इसलिए प्रकरण को सक्षम कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया जाए और तब तक ऋचा के विरुद्ध कोई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई न की जाए। कोर्ट ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख 17 जनवरी तय की है।