
भारतीय जनता पार्टी सांसद रूपा गांगुली ने तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। गांगुली ने कहा कि शायद सेन को मेरी एक्टिंग ज्यादा पसंद है। दरअसल, बीरभूम हिंसा के बाद भाजपा सांसद राज्यसभा में रोने लगी थी। इसके बाद सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित किया गया था। इसपर, सेन ने गांगुली पर सदन में ‘ड्रामा’ करने के आरोप लगाए थे।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में गांगुली ने कहा, ‘उन्हें शायद सदन में बोलने से ज्यादा मेरी एक्टिंग पसंद है। वे वरिष्ठ राजनेता हैं… वे शायद मुझसे ज्यादा जानती हैं। यह ठीक है… मैं इतना ही कर सकती हूं। अगर उन्हें लगता है कि मैं ऐसी डरावनी घटना पर ड्रामा कर रही हूं, तो मैं इसके बारे में क्या कह सकती हूं।’ इस दौरान उन्होंने हिंसा मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट की तरफ से दिए गए सीबीआई जांच के आदेश पर भी चर्चा की और इसे ‘बड़ी राहत’ बताया।
कई भाजपा नेताओं ने गांगुली का राज्यसभा का वीडिया साझा किया था, जिसमें वे रोती हुई नजर आ रही हैं। नेत्री ने कहा था, ‘हम पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं। वहां सामूहिक हत्याएं हो रही हैं, लोग जगह छोड़कर भाग रहे हैं… राज्य अब रहने लायक नहीं रह गया है।’
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वहीं, डोला सेन ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया दी थी और इसे ड्रामा बताया था। उन्होंने कहा था, ‘उन्होंने रोना भी शुरू कर दिया। हम सभी जानते हैं कि वे बड़ी एक्ट्रेस हैं, उन्होंने महाभारत की द्रौपदी के किरदार में यह दिखाया है।’
हाईकोर्ट ने शुक्रवार को बीरभूम मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। इधर, सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम शनिवार को घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की। मामले में स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कम से कम पांच जनहित याचिकाएं दाखिल हुई थी।
क्या था मामला
एजेंसी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बीरभूम में रामपुरहाट इलाके में मंगलवार को 8 लोगों को जलाकर मार दिया गया था। टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद कथित रूप से भीड़ ने घरों को आग लगा दी थी।