🔷 दो और गोवंशों को ट्रक से उतारते समय गड्ढे में गिरने से आँखों में आई थी चोटें
🔷 एक दिन बाद हुई थी दर्दनाक मौत
🔷 भड़सारी पशुआश्रय स्थल का मामला
अम्बेडकरनगर। जनपद के पशु आश्रय स्थल भड़सारी में हुए गोवंशों की मौत प्रकरण में थाना प्रभारी निरीक्षक पर कार्यवाई न होना महकमे को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है। इब्राहिमपुर थाना प्रभारी निरीक्षक गुड़ वर्क में ऐसे आपा खो वैठे जैसे स्लाटर हाउस सीज कर वापस लौटे हों। बता दे कि जब पुलिस गोवंशों को भड़सारी गो आश्रय स्थल ले जा रही थी तो धक्का लगने से दो गोवंशों की मौत हो गई कारण भी स्पष्ट रहा क्योंकि थाना प्रभारी निरीक्षक ने बिना रास्ते के ही खेत में ट्रक उतरवा दिया था और खेतों में गड्ढे इतने थे कि धक्का लगने से गोवंशों की मौत हो गई और मरे हुए दोनों गोवंशों को पशु आश्रय स्थल के बाहर ही पुलिस फेंक कर फरार हो गई। दो अन्य जानवरों को ट्रक से उतारते समय पुलिस की लापरवाही के कारण गड्ढे में गिरे गए जिसके कारण वे अधमरे हो गए जिनकी आँखों में चोट आई और एक दिन बाद तड़प तड़प कर उनकी मौत हो गई । प्रशासन ने कार्यवाई के नाम पर सफाई कर्मियों को बली का बकरा बनाया और निलंबित कर दिया। पशु चिकित्सक ने पहले की पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था लेकिन प्रशासनिक अमला तो सफ़ाई कर्मियों को निलंबित कर अपनी पीठ थपथपा रहा है। असली गुनहगार पर अभी भी कार्यवाई नही हुई है । जब तक थाना प्रभारी निरीक्षक पर कार्यवाई नही होती है तब तक कार्यवाई पूरी नही मानी जा रही है। प्रशासन के इस ढुलमुल कार्यवाई से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। यह प्रशासन भी जानता है कि गलती थाना प्रभारी निरीक्षक इब्राहिमपुर की है लेकिन कार्यवाई से पीछे हटना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। बात तो सही है अगर आम नागरिक करे तो पशु क्रूरता लेकिन पुलिस करे तो बड़ी कार्यवाई बन जाता है।