बरेली में PNB से 44 करोड़ रुपये का लोन लेकर फरार होने वाले कारोबारी फर्जीवाड़ा करने में उस्ताद है। 100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी में गिरफ्तार हो चुके इन कारोबारियों ने फर्जी कंपनी के साथ-साथ फर्जी ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी तैयार किया था। इसके माध्यम से वे ही फर्जी ई-वे बिल तैयार करके बड़ा घोटाला किया था।
पंजाब नेशनल बैंक की इज्जतनगर शाखा के मुख्य प्रबंधक विवेक मैसी की शिकायत पर सीबीआई ने 43.98 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पांच लोगों को नामजद किया है। नामजद लोगों में रचिन गुप्ता, सीमा गुप्ता, सुनील गुप्ता, मुकेश शर्मा, अजय कुमार हैं। रचिन और सुनील ने ही 2018 में इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने के लिए फर्जीवाड़ा किया था।
इन लोगों ने फर्जी कंपनियों के जरिए माल बेच और खरीदकर क्रेडिट फैसिलिटी का दुरुप्रयोग कर सरकार को चूना लगाने का काम किया। इन लोगों ने अलग-अलग नाम से कंपनियां तैयार की। खुद ही माल बेचा और खुद ही कागजों पर उसके खरीदार बने। कारोबारियों ने 70 फीसदी माल की ढुलाई के लिए फर्जी गाड़ियों के नंबरों का सहारा लिया। डंपर के नाम पर स्कूटर, बाइक, ऑटो आदि के नंबर दे दिए गए। इसके अलावा कारोबारियों ने फर्जी ट्रांसपोर्ट सिस्टम के माध्यम से फर्जी ई-वे बिल तैयार कर लिए। इस बिल के जरिए भी माल की आवाजाही दिखाई गई।
लेकिन हकीकत ये है कि माल न कहीं से आया और न ही कहीं गया। गुप्ता परिवार मूल रूप से कासगंज का रहने वाला है। इनका कारोबार कासंगज के साथ-साथ शाहजहांपुर और बरेली में भी फैला हुआ है। मुकदमा दर्ज होने के बाद अब इन लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
बैंक अधिकारियों पर भी होगी कार्रवाई