इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गाजीपुर के चर्चित उसरी चट्टी हत्याकांड केस की सुनवाई एमपी/एमएलए कोर्ट गाजीपुर से एमपी/एमएलए कोर्ट लखनऊ स्थानांतरित कर दी है। यह आदेश न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह ने मुकदमे में अभियुक्त माफिया बृजेश सिंह और सह अभियुक्त त्रिभुवन सिंह की अर्जी पर सुनवाई करते हुए दिया है। याचिका में कहा गया था कि मुकदमे का वादी चर्चित माफिया और अपराधी मुख्तार अंसारी है। गाजीपुर में केस की सुनवाई होने से याची और उसके साथियों की जान का खतरा है क्योंकि मुख्तार अंसारी उसके भाई एवं भतीजे दुर्दांत अपराधी हैं। याची के पिता, भाई व भतीजे की पहले ही हत्या हो चुकी है। मुख्तार अंसारी विधायक भी है और गाजीपुर का रहने वाला है।
हर बार केस की सुनवाई पर उसके हजारों समर्थक अदालत आ जाते हैं, जिससे याची को अपनी हत्या किए जाने की आशंका है। कोर्ट को बताया गया कि पूर्व में यह मुकदमा एमपी/एमएलए कोर्ट इलाहाबाद में चल रहा था लेकिन बाद में हर जिले में एमपी/एमएलए कोर्ट का गठन होने के बाद केस का ट्रायल गाजीपुर स्थानांतरित कर दिया गया। गाजीपुर में मुकदमे की सुनवाई से याची की जान को खतरा है। कोर्ट में सभी तथ्यों और परिस्थितियों को देखते हुए मुकदमा लखनऊ की एमपी/एमएलए कोर्ट स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। साथ ही जिला जज लखनऊ को निर्देश दिया है कि मुकदमे की सुनवाई के दौरान सुरक्षा का पूरा प्रबंध कराएं ताकि किसी प्रकार की अनहोनी घटना न होने पाए।