अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे रामलला के भव्य मंदिर के रामपथ चौड़ीकरण के विरोध में यहां के व्यापारियों ने रविवार को अपनी दुकानें बंद रखीं। इसके साथ ही प्रशासन ने व्यापारी नेताओं को उन्हीं के घर पर नजरबंद करके सुरक्षा बढ़ा दी।
रामपथ चौड़ीकरण के विरोध में व्यापारियों ने आज अपनी दुकानें बंद रखीं। रामनगरी में दुकान बंद पूर्णतया सफल रही। लोग चाय, पानी के लिए तरस गए। यहां तक कि दुकान बंद होने के कारण बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज यहां 41वें रामायण मेले का उद्घाटन और राजकीय इंटर कालेज में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन को सम्बोधित करने पहुंचे थे। रामनगरी में मुख्यमंत्री की मौजूदगी के कारण व्यापारी नेता नंदू गुप्ता और पंकज गुप्ता समेत कई अन्य बड़े व्यापारी नेताओं को उनके आवास पर नजरबंद किया गया।
ज्ञातव्य हो कि सरयू नदी के नए घाट से लेकर सहादतगंज तक यानी लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय मार्ग तक मुख्य मार्ग चौड़ीकरण प्रस्तावित है। इसका चौड़ीकरण किया जाना है। इस मार्ग को रामपथ का नाम दिया गया है। चौैड़ीकरण की जद में काफी संख्या में व्यापारियों के दुकान और भवन आ रहे हैं। जिला प्रशासन व्यापारियों से सामंजस्य स्थापित करने में लगा हुआ है, लेकिन वह व्यापारियों से तालमेल नहीं बैैठा पा रहा है, जिसके कारण व्यापारी अपनी दुकानें चौड़ीकरण में देने को तैयार नहीं हैं।
व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन मार्ग चौड़ीकरण में उनके साथ अनियमितता बरत रहा है, उनको उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन सिर्फ जोर-जबर्दस्ती कर रहा है। ऐसे में जब तक उचित मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक वह अपना घर एवं दुकानें नहीं छोड़ेंगे।