नीतीश कुमार की तर्ज पर अखिलेश यादव भी अब यूपी में जाति आधारित जनगणना कराने का मन बना चुके हैं। अखिलेश यादव ने ऐलान किया है कि यूपी में जब समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो वो राज्य में जाति जनगणना करवाएंगे। गौरतलब है कि पिछले महीने समाजवादी पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरूआत करते हुए अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर योगी सरकार को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बतानी है तो उसे जातीय जनगणना करवानी चाहिए।
यही नहीं, अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भी कहा था कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए और उसी आधार पर आरक्षण और दूसरी सुविधाएं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी के साथ छोटी-छोटी पार्टियां जुड़ी हुई है जो चाहती हैं कि आरक्षण खत्म ना हो। वो चाहते हैं कि आबादी के हिसाब से लोगों को हक और उनका अधिकार मिले।
बस जात नहीं पूछेगी नीतीश सरकार, जाति गणना में बिहार के लोगों के इनकम का भी हिसाब होगा
गौरतलब है कि बिहार में नीतीश सरकार जाति जनगणना करवा रही है। इस सर्वे में सिर्फ जाति ही नहीं पूछी जाएगी बल्कि परिवार से उनकी आय का भी हिसाब किताब लिया जाएगा। इसका मकसद आर्थिक हालात का भी डाटा तैयार करना है। जानकारी के मुताबिक जातीय जनगणना के लिए बिहार विभाग की कई एजेंसियों के फील्ड कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वे करेंगे और ये काम जिला और ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा।
बिहार से यूपी पहुंची नीतीश की बात, अखिलेश यादव बोले- जाति जनगणना कराए योगी सरकार